आपका समय सीमित है, इसलिए इसे किसी और कि जिन्दगी जी कर व्यर्थ मत कीजिए, बेकार की सोच मेँ मत फँसिए, अपनी जिन्दगी को दूसरोँ के हिसाब से मत चलाइए, औरोँ के विचारोँ के शौर मेँ अपनी अन्दर की आवाज को, अपने इन्ट्रयूशन को मत डूबने दीजिए, वे पहले से ही जानते हैँ कि तुम सच मेँ क्या बनना चाहते हो? बाकी सब गौड है।
(स्टीव जॉब्स)
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